Weather Today – हरियाणा में जून की शुरुआत के साथ ही मौसम ने अचानक करवट ले ली है। गर्मी से बेहाल लोगों को जहां बादलों और बूंदाबांदी ने राहत दी है, वहीं मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। इस चेतावनी के अनुसार, राज्य के कई जिलों में बारिश के साथ तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना है।
किन जिलों में हुई बारिश, और कहां है आगे खतरा?
1 जून 2025 को हरियाणा के गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद, चरखी दादरी, भिवानी और झज्जर जिलों में हल्की बारिश और बूंदाबांदी दर्ज की गई। कई स्थानों पर तेज हवाएं भी चलीं, जिनके कारण नारनौल में कुछ पेड़ सड़क पर गिर गए, जिससे यातायात में रुकावट आई।
अब मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को हरियाणा के 16 जिलों में और भी तेज बारिश हो सकती है। इसके साथ ही 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। बिजली की गरज और चमक के साथ आंधी-तूफान भी आ सकता है।
पिछले सप्ताह की बारिश: पानीपत ने मारी बाज़ी
बीते सप्ताह हरियाणा के कई जिलों में अच्छी बारिश हुई है। इनमें सबसे ज्यादा वर्षा पानीपत जिले में दर्ज की गई, जिससे स्थानीय तापमान में गिरावट आई और भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली।
हालांकि, भिवानी को छोड़कर ज्यादातर जिलों में बारिश ने अपना असर दिखाया है। गर्म हवाओं से परेशान जनता के लिए यह बदलाव सकारात्मक माना जा रहा है।
तापमान में गिरावट की उम्मीद
बारिश और हवाओं की वजह से तापमान में गिरावट का अनुमान लगाया जा रहा है। बीते कुछ हफ्तों में हरियाणा के कई जिलों में लू और 45°C से अधिक तापमान ने लोगों को बेहाल कर दिया था। अब तापमान में 3 से 5 डिग्री तक की कमी देखी जा सकती है।
विशेषकर ग्रामीण इलाकों में लोग गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं। हालांकि, तेज हवा और बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए सतर्कता जरूरी है।
येलो अलर्ट का क्या मतलब होता है?
मौसम विभाग जब “येलो अलर्ट” जारी करता है, तो इसका तात्पर्य होता है कि मौसम सामान्य नहीं रहेगा, लेकिन अभी वह आपदा की स्थिति नहीं है। यह एक चेतावनी होती है कि लोग सतर्क रहें और संभावित समस्याओं के लिए तैयार रहें। येलो अलर्ट के संकेत निम्नलिखित हैं:
सड़कों पर फिसलन बढ़ सकती है
तेज हवाओं से पेड़ों के गिरने का खतरा
ट्रैफिक जाम और अन्य बाधाएं
बिजली आपूर्ति में व्यवधान
शहरी क्षेत्रों में जलभराव की आशंका
यह अलर्ट किसानों, यात्रियों और शहरी निवासियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।
कृषि और जनजीवन पर असर
तेज हवाओं और बारिश की संभावना से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है, खासकर यदि फसल कटाई के चरण में हो। कई किसान अपनी फसलों को खेतों से निकालने की योजना बना रहे हैं।
वहीं शहरी इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और बिजली के खंभों व पेड़ों से दूरी बनाए रखें।
अगले 48 घंटे बेहद अहम, अलर्ट को हल्के में न लें
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले 48 घंटे निर्णायक हो सकते हैं। यदि हवा और वर्षा की गति और तीव्र होती है, तो येलो अलर्ट को ऑरेंज या रेड अलर्ट में भी बदला जा सकता है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन को सक्रिय रहने की सलाह दी गई है।
विभाग ने यह भी कहा है कि अगर स्थिति गंभीर हुई तो स्कूलों और कार्यालयों के लिए अस्थायी छुट्टियों की घोषणा भी संभव है।
क्या करें, क्या न करें – जनता के लिए जरूरी सुझाव
क्या करें?
घर के बाहर सूचनाओं और अलर्ट पर नज़र रखें
मोबाइल में मौसम से जुड़ी ऐप्स या सरकारी अलर्ट एक्टिव रखें
फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें या तिरपाल से ढक दें
बच्चों और बुजुर्गों को अनावश्यक बाहर न भेजें
वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, खासकर बारिश के समय
क्या न करें?
बिजली के खंभों और टूटे तारों के पास न जाएं
कच्चे मकानों या टीन शेड में न ठहरें
मौसम चेतावनी को नजरअंदाज न करें
अफवाहों पर ध्यान न दें, केवल सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
हरियाणा में मौसम ने गर्मी से कुछ राहत जरूर दी है, लेकिन इसके साथ खतरे भी बढ़े हैं। बारिश, तेज हवाओं और बिजली गिरने की आशंका को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लें, सतर्क रहें और प्रशासन का सहयोग करें।