MBBS Admission 2025 – NEET का एग्जाम पास कर लेना ही MBBS में एडमिशन का पहला स्टेप होता है, लेकिन असली कहानी तो इसके बाद शुरू होती है। जब NEET का रिजल्ट आ जाता है, उसके बाद शुरू होती है काउंसलिंग की प्रक्रिया। बहुत सारे स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स इस प्रोसेस को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं कि अब क्या करें, कहां जाएं और कब तक सब कुछ करना है। इस आर्टिकल में हम आपको आसान भाषा में समझाएंगे कि NEET काउंसलिंग के बाद MBBS में दाखिला कैसे लिया जाता है और किन स्टेप्स को फॉलो करना होता है ताकि आप बिना किसी गड़बड़ी के अपना एडमिशन पक्का कर सकें।
NEET काउंसलिंग के बाद क्या होता है?
जब आप NEET क्वालिफाई कर लेते हैं, तो उसके बाद मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) या फिर आपके राज्य की काउंसलिंग बॉडी आपको रैंक और चॉइस के हिसाब से एक कॉलेज अलॉट करती है। ये पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, जहां आपको अपनी पसंद के कॉलेजों की लिस्ट भरनी होती है यानी ‘चॉइस फिलिंग’ करनी होती है। इसके बाद आपकी रैंक, सीट की उपलब्धता और कैटेगरी को ध्यान में रखते हुए आपको एक कॉलेज मिल जाता है।
कॉलेज अलॉट होने के बाद सबसे पहले क्या करना होता है?
जैसे ही आपको कोई कॉलेज अलॉट होता है, सबसे पहले आपको अलॉटमेंट लेटर डाउनलोड करना होता है। ये लेटर MCC की ऑफिशियल वेबसाइट या फिर राज्य की काउंसलिंग वेबसाइट से मिलेगा। यह एक तरह से आपके एडमिशन का पहला ऑफिशियल डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें लिखा होता है कि आपको कौन-सा कॉलेज मिला है और आपको कब तक वहां रिपोर्ट करना है।
अलॉटेड कॉलेज में रिपोर्ट कैसे करें?
अब अगला और सबसे जरूरी स्टेप है कि आप अपने अलॉटेड कॉलेज में जाकर रिपोर्ट करें। इसके लिए एक तय समय होता है, जो आमतौर पर 7 से 10 दिन का होता है। इस दौरान आपको कॉलेज जाकर अपने डॉक्यूमेंट्स दिखाने होते हैं और एडमिशन प्रोसेस को आगे बढ़ाना होता है। अगर आप तय समय पर रिपोर्ट नहीं करते, तो आपकी सीट किसी और को दे दी जाती है।
कौन-कौन से डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होती है?
रिपोर्टिंग के वक्त आपको कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स साथ ले जाने होते हैं जैसे – NEET एडमिट कार्ड, स्कोरकार्ड, 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, पहचान पत्र (आधार, पैन आदि), पासपोर्ट साइज फोटो, काउंसलिंग रजिस्ट्रेशन फॉर्म, कैटेगरी सर्टिफिकेट (अगर अप्लाई किया है), डोमिसाइल सर्टिफिकेट, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट और फीस की रसीद। हर डॉक्यूमेंट की ऑरिजिनल और कुछ फोटोकॉपी भी साथ रखें।
फीस कैसे और कब जमा करनी होती है?
जब आप कॉलेज में रिपोर्ट करते हैं, तब आपको वहीं पर तय की गई फीस जमा करनी होती है। कुछ कॉलेज ऑनलाइन फीस का ऑप्शन भी देते हैं और कुछ में ऑफलाइन ही देना होता है। फीस की डिटेल्स आपको अलॉटमेंट लेटर या कॉलेज की वेबसाइट पर मिल जाती है, इसलिए उसे ध्यान से पढ़ें और समय पर पेमेंट करें।
एडमिशन कन्फर्म कैसे होता है?
जब आप डॉक्यूमेंट्स जमा कर देते हैं और फीस का भुगतान हो जाता है, तब कॉलेज की ओर से आपको एक ‘एडमिशन कन्फर्मेशन लेटर’ दिया जाता है। इसका मतलब होता है कि अब आप उस कॉलेज के ऑफिशियल स्टूडेंट बन चुके हैं। इसके बाद आपको क्लासेज कब से शुरू होंगी और ओरिएंटेशन प्रोग्राम की जानकारी भी दी जाती है। कुछ कॉलेज मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट को अनिवार्य मानते हैं, इसलिए वो पहले से बनवा लें।
किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है?
सबसे पहले तो रिपोर्टिंग में कोई देरी न करें, क्योंकि तय समय के बाद आपकी सीट चली जाएगी। दूसरा, सारे डॉक्यूमेंट्स सही और ऑरिजिनल होने चाहिए। अगर आपको अलॉटेड कॉलेज पसंद नहीं आया है और आप अगली काउंसलिंग राउंड का इंतजार करना चाहते हैं, तो आप ‘Exit ऑप्शन’ चुन सकते हैं। इससे आपकी सीट किसी और को मिल जाएगी और आप पेनाल्टी से भी बच जाएंगे।
FAQs
1. अगर रिपोर्टिंग डेट मिस हो जाए तो क्या होगा?
अगर आपने रिपोर्टिंग नहीं की तो आपकी अलॉट की गई सीट कैंसिल मानी जाएगी और वो अगले राउंड में किसी और को दी जा सकती है। इसलिए तय समय से पहले रिपोर्ट करना बहुत जरूरी है।
2. क्या डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन ऑनलाइन होता है?
नहीं, अभी तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रोसेस ऑफलाइन ही होता है। आपको अलॉटेड कॉलेज में जाकर अपने डॉक्यूमेंट्स दिखाने और जमा करने होते हैं।
3. क्या सभी कॉलेज एक ही फीस लेते हैं?
नहीं, हर कॉलेज की फीस स्ट्रक्चर अलग-अलग होता है। सरकारी मेडिकल कॉलेज में फीस कम होती है जबकि प्राइवेट कॉलेज में फीस ज़्यादा हो सकती है।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। NEET काउंसलिंग और MBBS एडमिशन से जुड़ी सही और अपडेटेड जानकारी के लिए हमेशा MCC की ऑफिशियल वेबसाइट (https://mcc.nic.in) या संबंधित राज्य की काउंसलिंग पोर्टल को रेगुलर चेक करें। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक सोर्स से पुष्टि जरूर करें।