Ladki Bahin Yojana: 9 लाख महिलाएं हुईं लाडकी बहन योजना से अपात्र, देखें कही आपका नाम तो नहीं

Ladki Bahin Yojana : लाडकी बहन योजना को लेकर लगातार चर्चाएं हो रही हैं। इस योजना के तहत महिलाओं को 2100 रुपये दिए जाने थे, लेकिन अब इसमें अड़चनें आ रही हैं। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने भी इस पर बयान दिया है। उनका कहना है कि सरकार के लिए यह रकम देना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने यह भी माना कि महिलाओं ने सरकार के वादों पर भरोसा करके मतदान किया था।

महिलाओं को राहत, लेकिन कटौती भी जारी!

महाराष्ट्र सरकार की ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन’ योजना विधानसभा चुनाव में अहम साबित हुई थी। इस योजना के चलते महायुति सरकार को जबरदस्त समर्थन मिला, जिससे तीनों प्रमुख गठबंधन दल काफी खुश हैं। हालांकि, योजना को लागू करने के बाद अब सरकार इसकी समीक्षा कर रही है। जिन महिलाओं के परिवारों के पास चार पहिया वाहन हैं, उन्हें इस योजना से बाहर किया जा रहा है। अब तक 9 लाख से ज्यादा महिलाओं को अपात्र करार दिया गया है।

घरों में बढ़ रही कलह

इस योजना का फायदा महिलाओं को आर्थिक मजबूती देने के लिए किया जा रहा है, लेकिन इसके कुछ नेगेटिव इफेक्ट्स भी सामने आ रहे हैं। कई मामलों में महिलाओं के पति इस पैसे पर हक जताने लगे हैं। कुछ जगहों पर तो यह पैसा शराब पर उड़ाया जा रहा है, जिससे घरेलू विवाद भी बढ़ रहे हैं।

महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के माढा तालुका में ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहां पति ने पत्नी के पैसे शराब में उड़ा दिए। जब पत्नी ने इस पर आपत्ति जताई तो गुस्साए पति ने उस पर कोयते से हमला कर दिया! यह घटना लोणी गांव की है, और इसमें पीड़ित महिला ने अपने पति और सास के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। फिलहाल, कुर्डूवाडी पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 326 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

महिलाओं को पैसे की सुरक्षा कैसे मिले?

सरकार इस योजना के लाभार्थियों की समीक्षा कर रही है, लेकिन एक बड़ा सवाल यह भी है कि जो महिलाएं इस योजना का फायदा उठा रही हैं, उन्हें अपने पैसे की सुरक्षा कैसे मिलेगी? कई महिलाएं इस पैसे का सही इस्तेमाल करना चाहती हैं, लेकिन उनके परिवारों में इसको लेकर विवाद हो रहे हैं।

सरकार को चाहिए कि इस योजना के तहत मिलने वाले पैसे को सुरक्षित रखने के लिए कुछ कड़े नियम बनाए जाएं, जिससे महिलाओं को सही मायने में आत्मनिर्भर बनाया जा सके।

अब देखना यह होगा कि सरकार इस योजना को किस तरह आगे बढ़ाती है और क्या महिलाओं को उनका हक बिना किसी अड़चन के मिल पाएगा?

 

Leave a Comment