Home Loan : आजकल घर खरीदना किसी भी मिडिल क्लास आदमी के लिए आसान नहीं है। प्रॉपर्टी के दाम आसमान छू रहे हैं और ऐसे में लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि बैंक होम लोन देते समय कुछ ऐसी चालाकियां करते हैं, जिनसे आपको एक्स्ट्रा पैसे देने पड़ते हैं? अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत जरूरी है।
बैंक का असली मकसद – ज्यादा पैसा कमाना
सबसे पहले तो यह समझ लीजिए कि बैंक का असली मकसद आपके घर का सपना पूरा करना नहीं, बल्कि ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना होता है। वे हर संभव तरीके से कोशिश करते हैं कि आपके लोन की रकम बढ़े और आपको लंबे समय तक उनसे जुड़े रहना पड़े। यही कारण है कि बैंक आपको होम लोन के साथ कुछ एक्स्ट्रा चीजें भी ऑफर करते हैं, जैसे इंश्योरेंस पॉलिसी।
बैंक कैसे करते हैं चालाकी?
1. लोन के साथ इंश्योरेंस जोड़ना
जब आप होम लोन लेने जाते हैं, तो बैंक वाले आपको एक इंश्योरेंस पॉलिसी भी लेने की सलाह देते हैं। वे आपको यह समझाते हैं कि यह पॉलिसी आपके और आपके परिवार के लिए फायदेमंद होगी, क्योंकि अगर लोन चुकाने के बीच में कुछ अनहोनी हो जाती है, तो आपके परिवार को परेशानी नहीं होगी।
बात तो सही है, लेकिन बैंक इस इंश्योरेंस के नाम पर आपको एक और चूना लगा देता है। वे इस पॉलिसी की कीमत (जिसे सिंगल प्रीमियम पॉलिसी कहते हैं) को आपके लोन अमाउंट में जोड़ देते हैं। यानी अगर आपने 20 लाख का लोन लिया और 30 हजार की इंश्योरेंस पॉलिसी ली, तो अब आपका लोन 20 लाख 30 हजार हो जाएगा।
2. ईएमआई में छुपे चार्ज
बैंक वाले आपको बताते हैं कि यह इंश्योरेंस लेने के लिए आपको कुछ अलग से खर्च नहीं करना होगा, बस आपकी ईएमआई में कुछ सौ रुपये जुड़ जाएंगे। आपको लगता है कि यह छोटी रकम है, लेकिन असल में यह आपको बहुत भारी पड़ता है।
मान लीजिए कि आपकी ईएमआई में हर महीने 300 रुपये एक्स्ट्रा जुड़ गए। अब अगर आपका लोन 20 साल के लिए है, तो आप 20 साल में 72,000 रुपये सिर्फ इंश्योरेंस के लिए दे देंगे।
3. इंश्योरेंस पर ज्यादा ब्याज
यही नहीं, बैंक इंश्योरेंस की रकम पर भी ब्याज वसूलते हैं। यह ब्याज आमतौर पर होम लोन के ब्याज से 1% ज्यादा होता है। यानी अगर आपका लोन 8% पर है, तो इंश्योरेंस पर 9% तक ब्याज लग सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि आपकी जेब से और ज्यादा पैसे निकल रहे हैं।
इससे बचने के तरीके
अब सवाल यह आता है कि बैंक की इन चालाकियों से कैसे बचा जाए? इसके लिए कुछ सिंपल टिप्स अपनाएं:
1. इंश्योरेंस को लोन से अलग रखें
अगर आपको इंश्योरेंस लेना ही है, तो इसे अलग से खरीदें। मार्केट में आपको इससे भी सस्ती और बेहतर पॉलिसी मिल सकती है।
2. सिंगल प्रीमियम पॉलिसी से बचें
बैंक जो सिंगल प्रीमियम पॉलिसी देता है, उससे बचें। इसकी जगह रेगुलर प्रीमियम पॉलिसी लें, जिसमें आपको हर साल प्रीमियम भरना होगा। यह ज्यादा फायदेमंद होता है।
3. दूसरे ऑप्शन्स भी देखें
लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों की पॉलिसी को कंपेयर करें। कई बार दूसरी कंपनियां आपको सस्ती इंश्योरेंस पॉलिसी दे सकती हैं।
4. बैंक के हर डाक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें
कोई भी कागज बिना पढ़े साइन न करें। अगर बैंक वाले आप पर दबाव डाल रहे हैं, तो पहले उनसे पूरी डिटेल लें और फिर ही कोई फैसला करें।
निष्कर्ष
होम लोन लेना एक बड़ा फैसला होता है और इसमें छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देना जरूरी है। बैंक होशियारी से आपके लोन में अनावश्यक चार्ज जोड़ सकते हैं, जिससे आपको लंबे समय तक नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए हमेशा सतर्क रहें, सही जानकारी लें और तभी कोई कदम उठाएं।
अगर यह जानकारी आपके काम आई हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जरूर शेयर करें ताकि वे भी बैंक की चालाकियों से बच सकें!