CBSE Supplementary Exam – CBSE ने उन छात्रों के लिए एक राहत की खबर दी है जो इस साल की बोर्ड परीक्षा में एक या ज्यादा विषयों में पास नहीं हो पाए थे। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने 2025 की सप्लीमेंट्री परीक्षाओं का पूरा टाइमटेबल जारी कर दिया है। यह एक शानदार मौका है उन छात्रों के लिए जो किसी वजह से फेल हो गए थे या नंबर कम आए थे और अब वे खुद को फिर से साबित करना चाहते हैं। बोर्ड का मकसद यही है कि किसी भी छात्र की पढ़ाई रुकनी नहीं चाहिए और वो समय पर अपने करियर की अगली सीढ़ी चढ़ सके।
कब से शुरू होंगी CBSE की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं?
बोर्ड ने साफ-साफ घोषणा कर दी है कि कक्षा 10वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं 15 जुलाई 2025 से शुरू होकर 22 जुलाई 2025 तक चलेंगी। यानी छात्रों को लगभग एक हफ्ते का समय मिलेगा जिसमें वे अपने बचे हुए विषयों की परीक्षा दे सकेंगे। वहीं बात करें 12वीं के छात्रों की तो उनके लिए एक अलग ही तरीका अपनाया गया है। इस बार 12वीं की सारी परीक्षाएं सिर्फ एक ही दिन, यानी 15 जुलाई 2025 को करवाई जाएंगी। इसका मकसद यही है कि उनका रिजल्ट जल्दी तैयार हो जाए ताकि उन्हें कॉलेज एडमिशन में देरी न हो।
पहले दिन किन विषयों की होगी परीक्षा?
15 जुलाई को जब परीक्षा की शुरुआत होगी, तब 10वीं के छात्र सबसे पहले वोकेशनल यानी स्किल-बेस्ड विषयों की परीक्षा देंगे। इसमें Information Technology (IT), Artificial Intelligence (AI) जैसे मॉडर्न और डिमांडिंग सब्जेक्ट शामिल होंगे। इसके बाद बाकी के दिन अलग-अलग तारीखों में मुख्य विषयों जैसे गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और अंग्रेज़ी की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। CBSE ने कोशिश की है कि एक दिन में एक ही विषय की परीक्षा हो ताकि छात्रों को हर पेपर के बीच तैयारी का पर्याप्त समय मिल सके।
12वीं की परीक्षा एक ही दिन में क्यों करवाई जाएगी?
12वीं के लिए इस बार का पैटर्न थोड़ा हटकर है। बोर्ड चाहता है कि जो छात्र 12वीं में फेल हुए हैं, उनका समय बिल्कुल भी बर्बाद न हो। इसलिए सारे विषयों की परीक्षा 15 जुलाई को ही ली जाएगी। हालांकि, जरूरी नहीं कि सबकी परीक्षा एक ही समय पर हो। अलग-अलग विषयों की परीक्षाएं अलग-अलग टाइम स्लॉट में होंगी। इसलिए छात्रों को अपने एडमिट कार्ड के अनुसार परीक्षा केंद्र और समय की जानकारी पहले से देखनी होगी। इस तरीके से बोर्ड रिजल्ट जल्दी से तैयार कर पाएगा और छात्रों को यूनिवर्सिटी में समय पर दाखिला लेने में आसानी होगी।
क्या-क्या बदला है इस बार की सप्लीमेंट्री परीक्षा में?
इस बार CBSE ने परीक्षा के प्रोसेस में कई जरूरी बदलाव किए हैं। पहले जहां सप्लीमेंट्री एग्जाम का रिजल्ट आने में काफी समय लग जाता था, वहीं अब बोर्ड ने पूरा सिस्टम फास्ट ट्रैक पर डाल दिया है। अब कम समय में परीक्षा करवा कर जल्दी से रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इससे छात्रों का साल बच जाएगा और उन्हें दोबारा पढ़ाई शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके अलावा शेड्यूल को भी इस तरह डिजाइन किया गया है कि छात्रों को लंबा इंतजार न करना पड़े और उनकी तैयारी में कोई रुकावट न आए।
कौन-कौन छात्र दे सकते हैं ये परीक्षा?
सप्लीमेंट्री परीक्षा केवल उन्हीं छात्रों के लिए है जो इस साल की मुख्य बोर्ड परीक्षा में एक या ज्यादा विषयों में फेल हो गए थे। लेकिन सिर्फ इतना काफी नहीं है। आपके स्कूल ने CBSE को आपका फॉर्म भरकर भेजा होना चाहिए और निर्धारित फीस भी जमा की जानी चाहिए। अगर ये सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, तो ही छात्र परीक्षा में शामिल हो पाएंगे। इसलिए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्कूल से इस बारे में जानकारी जरूर ले लें।
एडमिट कार्ड और अन्य जरूरी जानकारियां
CBSE जल्द ही सप्लीमेंट्री परीक्षा के एडमिट कार्ड भी ऑनलाइन जारी करेगा। ये कार्ड छात्र खुद CBSE की वेबसाइट से डाउनलोड कर पाएंगे। इसके लिए उन्हें अपना रोल नंबर, जन्मतिथि और स्कूल कोड दर्ज करना होगा। एडमिट कार्ड में परीक्षा की तारीख, विषय का नाम, समय और परीक्षा केंद्र की जानकारी होगी। साथ ही उसमें कुछ जरूरी निर्देश भी दिए जाएंगे, जिनका पालन करना परीक्षा वाले दिन जरूरी होगा।
रिजल्ट कब आएगा?
बोर्ड ने इस बार रिजल्ट को लेकर भी तेजी दिखाई है। संभावना है कि जुलाई के आखिरी हफ्ते तक सप्लीमेंट्री परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इससे छात्रों को समय पर आगे की पढ़ाई शुरू करने का मौका मिलेगा। यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में दाखिले की प्रक्रिया पहले ही तेज हो चुकी है, और इस तरह का टाइममैनेजमेंट छात्रों को बड़ा फायदा देगा।
Disclaimer
यह लेख CBSE द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी के आधार पर लिखा गया है और इसका उद्देश्य छात्रों को सप्लीमेंट्री परीक्षा 2025 के शेड्यूल और प्रक्रिया की सरल जानकारी देना है। कृपया किसी भी संशय या नवीनतम अपडेट के लिए CBSE की आधिकारिक वेबसाइट www.cbse.gov.in जरूर विजिट करें, क्योंकि अंतिम जानकारी वही मानी जाएगी जो बोर्ड द्वारा जारी की गई हो।